April 29, 2010 ‘परेशानी’ क्यू बुरा नाम पाती है?… By Suraj ¶ Posted in Shayari... ¶ Leave a comment ‘परेशानी’ क्यू बेवजह बुरा नाम पाती है?… यही तो हमको हमारे सच्चे दोस्तो से रूबरू करवाती है… लाख करे नफ़रत हम उससे, जाते हुए भी हमे ख़ुसीयों की सौगात दे जाती है… फिर भी क्यू ‘परेशानी’ ये बुरा नाम पाती है?…@};- Share this:FacebookXLike Loading... Related